इस ब्लॉग के ज़रिये अपनी कलमघसीटी को ब्लॉगबाजी में तब्दील करने का इरादा है। हम तो लिख्खेंगे, पढ़ना है तो पढ़ो वरना रास्ता नापो बाबा।
Friday, March 9, 2007
आखिन देखी- दिल्ली हाट से ......
Action India { n g o}members[above} ऊपर की तस्वीर मे प्रीति ज़िन्टा। बहुत दूर से खीची गई है इसलिए दिख नही पा रही. क्या करे आगे की सारी जगह पुरुषो ने घेर ली थी प्रीती को देखने के लिए। रेणुका जी, बहुत प्रफुल्लित थी। सिगरेट वाली कम्पनी , बहादुरी का अवार्ड और उसपर प्रीति द्वारा विग्यापन , वाह!! पहचान नही पाए ना! मै ही हू। साम्ने शीशा है जिस पर स्त्रिया देखे तो खुद पर लिखा देखेन्गी-- I AM THE VOICE OFCOURAGE POWER AND TRUTH". मैने खुद का नही शीशे का ही फोटो लिया थ. सोचिये सामने पुरुष खडा होके नही देख सकता क्य या आयोजको ने सोचा था की केवल महिलाए ही आएगी।
तस्वीरों को आपने टीवी के फ्रेम की तरह इस्तमाल किया है । ज्यादा लिखने की भी ज़रूरत नहीं है । बहुत अच्छा । ब्लाग पत्रकारिता जारी रहे । औऱ बेरोज़गारी भी ।
9 comments:
ये हुई ब्लॉग पत्रकारिता की शुरूआत। आपके लिए भी और हिंदी चिट्ठाकारिता के लिए भी।
बधाई
अच्छा लगा.. लिखते तो बहुत लोग हैं घटनाओं के बारे में.. लेकिन अगर इसी तरह से कोई तस्वीरें खींचकर सबके सामने रख दे.. बहुत अच्छा लगता है..
अच्छी रिपोर्ट, बधाई!
मनोरम चित्र। खूबसूरत प्रस्तुति। तारीफ़ बिना कंजूसी के -वाह!
तस्वीरों को आपने टीवी के फ्रेम की तरह इस्तमाल किया है । ज्यादा लिखने की भी ज़रूरत नहीं है ।
बहुत अच्छा । ब्लाग पत्रकारिता जारी रहे । औऱ बेरोज़गारी भी ।
रवीश कुमार
कस्बा
naisadak.blogspot.com
बहुत खूब .दिल्ली हाट मेरी पसंदीदा जगह में से है.मैंने कई सप्ताहंत वहाँ गुज़ारे हैं.
बधाई के लिए सभी का बहुत धन्यवाद!कोशिश रहेगी कि ऐसा ही बहुत कुछ करती रहू.
वाह भई क्या बात है! हम तो कबसे इसी इंतज़ार मेँ थे.... अब आप सही मूड और फोर्म मेँ लग रही हैँ... एक नज़रिया ये भी और बहुत खूब!
ये बढिया रहा !
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